रविवार, 11 सितंबर 2011

शीला दीक्षित

शीला दीक्षित

दिल्ली की मुख्यमंत्री

निर्वाचन क्षेत्र गोल मार्किट, नई दिल्ली

जन्म साँचा:
जन्मतिथि एवं आयु 31 March 1938 (age 73)
राजनैतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
जीवन संगी श्री विनोद दीक्षित, भारतीय प्रशासनिक अधिकारी
संतान 2
आवास दिल्ली
वेबसाइट cmdelhi@nic.in


श्रीमती शीला दीक्षित, भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली राज्य की मुख्य मंत्री हैं। इनको 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था। यह दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री हैं। इनका चुनाव-क्षेत्र नयी दिल्ली है परिसीमन गतिविधि से पहले इनका चुनाव-क्षेत्र गोल मार्केट था जो अब समाप्त कर दिया गया है। २००८ मे हुये विधान सभा चुनावों मे शीला दीक्षित के नेतृत्व मे कांग्रेस ने ७० मे से ४३ सीटें जीतीं हैं


अनुभव
इन्हें राजनीति में प्रशासन व संसदीय कार्यों का अच्छा अनुभव है। इन्होंने केन्द्रीय सरकार में १९८६ से १९८९ तक मंत्री पद भी ग्रहण किया था। पहले ये, संसदीय कार्यों की राज्य मंत्री रहीं, तथा बाद में, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री रहीं। १९८४ - ८९ में इन्होंने उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। संसद सदस्य के कार्यकाल में, इन्होंने लोक सभा की एस्टीमेट्स समिति के साथ कार्य किया। इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता की चालीसवीं वर्षगांठ की कार्यान्वयन समिति की अध्यक्षता भी की थी। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष के पद पर, १९९८ में कांग्रेस को दिल्ली में,अभूतपूर्व विजय दिलायी।


जीवन
श्रीमती शीला दीक्षित का जन्म ३१ मार्च,१९३८ को हुआ था। इन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली के कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से ली। बाद में स्नातक और कला स्नातकोत्तर की शिक्षा मिरांडा हाउस कालिज से ली। इनका विवाह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी तथा पूर्व राज्यपाल व केन्द्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहे, श्री उमा शंकर दीक्षित के परिवार में हुआ। इनके पति स्व. श्री विनोद दीक्षित भारतीय प्रशासनिक सेवा के सदस्य रहे थे। इनके दो संतानें हैं, एक पुत्र व एक पुत्री।

योगदान

शीला दीक्षित विवेकानंद स्लम कालोनी,दिल्ली में भाषण देते हुए
इन्होंने महिला उत्थन के लिये अथक प्रयास किये हैं। इनका महिलाओं को समाज में बराबरी का स्तर दिलाने के अभियानों में अच्छा नेतृत्व रहा है। इन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की महिला स्तर समिति में भारत का प्रतिनिधित्व भी पांच वर्षों(1984 - 89) तक किया। इन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने 82 सातियों के साथ अगस्त 1990 में 23 दिनों की जेल यात्रा की थी, जब वे महिलाओं पर समाज के अत्याचारों के विरोध में उठ खडी हुईं तीं, व प्रदर्शन भी किये थे। इससे भड़के हुए लाखों राज्य के नागरिक इस अभियान से जुड़े, व जेलें भरीं। 1970 में, वे यंग विमन्स असेसियेशन की अद्यक्षा भी रहीं, जिसके दौरान, इन्होंने दिल्ली में दो बड़े महिला छात्रावास खुलवाये। यह इंदिरा गाँधी स्मारक ट्रस्ट की सचिव भी हैं। इस ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनाया है। यही ट्रस्ट शांति, निशस्त्रीकरण एवं विकस के लिये इंदिरा गाँधी पुरस्कार देता है, व विश्वव्यापी विषयों पर सम्मेलन आयोजित करता है। इनके संरक्षण में ही, इस ट्रस्ट ने एक पर्यावरण केन्द्र भी खोला है।

रुचि
श्रीमती दीक्षित, हस्तकला व ग्रामीण कलाकारों व कारीगरों के उत्थान में विशेष रुचि लेतीं हैं। ग्रामीण रंगशाला व नाट्यशालाओं का विकास, इनका विशेष कार्य रहा है। 1978 से 1984 के बीच, कपड़ा निर्यातकर्ता संघ (गार्मेंट्स एक्स्पोर्टर्स एसोसियेशन) के कार्यपालक सचिव पद पर, इन्होंने तैयार कपड़ा निर्यात को एक ऊंचे स्तर पर पहुंचाया है। ये धर्म-निर्पेक्षता पर सदा अडिग रहीं हैं। सदा ही सांप्रदायिक ताकतों का प्रत्येक स्तर से विरोध किया है। इनका मानना है, कि भारत में यदि जनतंत्र को जीवित रखना है, सही व्यवहार व सत्यता के मानदंडों का पालन करना जीवन का एक अभिन्न अंग होना चाहिये।

धारित विभाग
प्रशासनिक सुधार
• सामान्य प्रशासन विभाग
• गृह विभाग
• विधि, न्याय एवं संसदीय कार्य
• जन संबंध
• सेवा विभाग
• सतर्कता विभाग
• जल
• उच्च शिक्षा
• प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा
• कला एवं संस्कृति
• पर्यावरण, वन एवं वन्य जीवन विभाग
• सभी अन्य विभाग, जो किसी अन्य को निर्धारित नहीं हैं

निर्वाचन क्षेत्र गोल मार्किट
सम्पर्क
कार्यालय : 23392020, 23392030
आवास. : 23018998, 23018726
ई-मेल पता cmdelhi@nic.in
कैम्प कार्यालय /आवास ३, मोतीलाल नेहरु प्लेस, नई दिल्ली
जनता का समय 9 से 10 बजे प्रातः, दैनिक


दिल्ली के मुख्य मंत्री
• दिल्ली
• भारत के राज्यों के मुख्य मंत्री
# नाम पदभार धारण पदभार च्युत पार्टी
1 चौधरी ब्रह्म प्रकाश 1952 1955 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2 जी एन सिंह 1955 1956 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
दिल्ली केन्द्र शासित प्रदेश बना
3 मदन लाल खुराना 1993 1996 भारतीय जनता पार्टी
हवाला काण्ड के कारण मध्यावधि में त्यागपत्र
4 साहिब सिंह वर्मा 1996 1997 भारतीय जनता पार्टी
प्याज के बढ़ते दाम के चलते हटाए गए
5 सुषमा स्वराज 1997 1998 भारतीय जनता पार्टी
6 शीला दीक्षित 1998 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस


भारत की सबसे लंबी पदासीन महिला मुख्यमंत्री बनीं


कार्यकाल
१८ दिसंबर, २००९ – जारी
पूर्व अधिकारी लाल कृष्ण आडवाणी



विधायक [[हरियाणा विधान सभा]]

कार्यकाल
१९७७ – १९८२
________________________________________

श्रम एवं रोजगार मंत्री केन्द्रीय मंत्रीमंडल

कार्यकाल
१९७७ – १९७९
________________________________________
शिक्षा मंत्री केन्द्रीय मंत्रीमंडल

कार्यकाल
१९८७ – १९९०
________________________________________
सदस्य राज्य सभा

कार्यकाल
१९९० – १९९३
________________________________________
सूचना एवं प्रसारण मंत्री केन्द्रीय मंत्रीमंडल

कार्यकाल
१९९६,१९९७ – २०००-२००३
________________________________________
जन्म १४ फरवरी, १९५२
अंबाला छावनी, हरियाणा

राष्ट्रीयता भारतीय

राजनैतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी

जीवन संगी स्वराज कौशल

संतान १ बेटी
विद्या अर्जन कला स्नातक

पेशा राजनीति
धर्म हिन्दू

सुषमा स्वराज (जन्म : १४ फरवरी १९५२) भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गई हैं। सम्प्रति वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेत्री हैं। इसके पहले वे केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही हैं। वे सन २००९ के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के १९ सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थी। अम्बाला छावनी में में जन्मी सुषमा स्वराज ने एस.डी. कालेज अंबाला छावनी से बीए की डिग्री ली। पढ़ाई समाप्त होने के बाद जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में साथ लगने वाली सुषमा ने राजनीति के मैदान में पूरी तरह से कूद जाने का फैसला कर लिया और आपातकाल का पुरजोर विरोध किया। वे सक्रिय राजनीति से जुड़ीं और सुख-दुख सभी तरह के मोड़ देखे।
राजनीतिक करियर
आपातकाल के बाद उन्होंने दो बार हरियाणा विधानसभा का चुनाव जीता और चौधरी देवी लाल की सरकार में से १९७७ से ७९ के बीच राज्य की श्रम मंत्री रह कर २५ साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने का रिकार्ड बनाया था।[1] १९७० में उन्हें एस.डी. कालेज में सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था। वे तीन साल तक लगातार एस.डी. कालेज छावनी की एनसीसी की सर्वश्रेष्ठ कैडेट और तीन साल तक राज्य की श्रेष्ठ वक्ता भी चुनी गईं। पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा १९७३ में उन्हें सर्वोच्च वक्ता का सम्मान भी मिला। भाजपा में राष्ट्रीय मंत्री बनने वाली पहली महिला सुषमा के नाम पर कईं रिकार्ड बने हैं। १३ जुलाई, १९७५ को स्वराज कौशल के साथ उनका विवाह हुआ था।[2] वे भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता बनने वाली पहली महिला हैं, वे केबिनेट मंत्री बनने वाली भी भाजपा की पहली महिला हैं, वे दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं और भारत की संसद में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार पाने वाली पहली महिला भी वे ही हैं। [3]
वर्तमान
वर्तमान में वे मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से लोकसभा की सदस्या चुनी गई हैं। वे विदेशी मामलों में संसदीय स्थायी समिति की अध्यक्षा भी हैं। १९५७ में उनका विवाह स्वराज कौशल के साथ में हुआ था। जो छह साल तक राज्यसभा में सांसद रहे साथ ही मिजोरम में राज्यपाल भी रहे। स्वराज कौशल अभी तक सबसे कम आयु में राज्यपाल का पद प्राप्त करने वाले व्यक्ति हैं। सुषमा स्वराज और उनके पति की उपलब्धियों के ये रिकार्ड लिमका बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करते हुए उन्हें विशेष दंपत्ति का स्थान दिया गया है। स्वराज दंपत्ति की एक पुत्री है, जो वकालत कर रही हैं। हरियाणा सरकार में श्रम व रोजगार मंत्री रहने वाली सुषमा छावनी से विधायक बनने के बाद में लगातार आगे ही बढ़ती गईं और बाद में दिल्ली पहुँचकर उन्होंने दिल्ली की राजनीति में ही सक्रिय रहने का संकल्प लिया था।

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