शुक्रवार, 24 मई 2013

अगले साल तक देश की आधी आबादी के पास होगा आधार कार्ड


वॉशिंगटन।। अगले साल तक देश की करीब आधी आबादी को आधार कार्ड मिल जाएंगे। यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के चेयरमैन नंदन नीलेकणी ने यह बात कही है। अब तक 38 करोड़ से ज्यादा लोगों को यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर जारी किए गए हैं। यह दुनिया के कई बड़े देशों की आबादी से कहीं ज्यादा है। देश के हर नागरिक को यूनीक नंबर देने में अब कुछ ही साल लगेंगे। नीलेकणी ने वॉशिंगटन में बताया कि आधार कार्ड में बायॉमीट्रिक इंफॉर्मेशन भी होगी। वॉशिंगटन के थिंक-टैंक सेंटर फॉर ग्लोबल डिवेलपमेंट की ओर से आयोजित 8वें ऐनुअल रिचर्ड एच सैबट लेक्चर 'टेक्नॉलजी टू लीपफ्रॉग डिवेलपमेंट: दी आधार एक्सपीरियंस' में नीलेकणी ने कहा कि देश के हर नागरिक को यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर देने के लिए इन दिनों यूआईडीएआई मॉडर्न टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने बताया, 'अब तक हमने देश के 1.2 अरब लोगों में से 38 करोड़ को एनरॉल कर लिया है। हम रोज 10 लाख लोगों के कार्ड की प्रोसेसिंग करते हैं। हमारा लक्ष्य इस साल तक 40 करोड़ और अगले साल तक 60 करोड़ कार्ड तक पहुंचने का है।' उन्होंने बताया कि इस काम के लिए देशभर में 25-30 हजार एनरॉलमेंट सेंटर्स हैं। नीलेकणी ने बताया कि देश के लोगों को अलग-अलग सेवाएं देने के लिए यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर एक इंटरनल पासपोर्ट और गेटवे है। उन्होंने बताया कि इससे लोगों को सेवाएं आसानी से और जल्द मिलेंगी। यूआईडीएआई के बॉस ने कहा कि अगले कुछ साल में इसका इस्तेमाल कई अलग-अलग सर्विसेज के लिए किया जाएगा। इसमें केंद्र सरकार का एंबिसियस प्रॉजेक्ट डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम भी शामिल है।

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