रविवार, 12 सितंबर 2010

स्वस्थ नागरिक

स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। पिछले कई वर्षों में सरकार ने अपने नागरिकों के जीवन स्‍तर में सुधार के लिए कई स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रम और नीतियां आरंभ की हैं। इसके परिणामस्‍वरूप पुरूषों और महिलाओं की जन्म के समय जीवन प्रत्‍याशा (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) बढकर क्रमश: 62 और 64 वर्ष हो गई है। साथ ही, शिशु मृत्‍यु दर (पांच वर्ष से कम आयु वाले शिशुओं की मृत्‍यु दर) गिरकर 53 प्रति हजार जन्‍म हो गई है।

स्‍वास्‍थ्‍य का मुद्दा स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) के अधीन आता है। यह मंत्रालय स्‍वास्‍थ्‍य विभाग (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं), परिवार कल्‍याण विभाग (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) और आयुर्वेद, योग, नैचुरोपैथी, सिद्धा और होम्‍योपैथी विभाग (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) में विभक्‍त है। हाल ही में मंत्रालय ने संतुलित आहार के माध्‍यम से अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बनाए रखने के लिए नागरिकों का मार्गनिर्देश करने हेतु हेल्‍दी इंडिया (बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) नामक वेबसाइट शुरू की है।

हमारी वेबसाइट का 'नागरिक स्वास्थ्य' खंड सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्‍न स्‍वास्‍थ्‍य योजनाओं, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल के विभिन्‍न पहलुओं संबंधी संसाधनों तथा देश के अस्‍पतालों और चिकित्‍सा संस्‍थाओं की सूची के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इसके अलावा हम वैकल्पिक मेडिकल प्रणालियों, मेडिकल बीमा, परिवार कल्याण और पुनर्वास के बारे में भी जानकारियां उपलब्ध करा रहे हैं।

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