एचआईवी एड्स क्या है?
एचआईवी या मानव प्रतिरक्षा-न्यूता वाइरस एक वाइरस है जिससे एड्स होता है। यह वाइरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में लैंगिक या रक्त से रक्त संपर्क द्वारा जा सकता है। एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिलाएं यह वाइरस अपने बच्चे को गर्भावस्था के दौरान, प्रसव के समय या स्तन-पान के द्वारा भी अंतरित कर सकती है।
एड्स क्या है? यह कैसे होता है?
एड्स का पूरा रूप ‘अर्जित प्रतिरक्षा-न्यूनता सिन्ड्रोम’ है। यदि किसी एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को रोग नियंत्रण केंद्र द्वारा निर्दिष्ट कोई एक एड्स संकेतक बीमारी हो जाए जो उसे एड्स का निदान दिया जा सकता है। रक्त के कुछ परीक्षणों के परिणामों के आधार पर ऐसे एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को भी एड्स से ग्रस्त माना जा सकता है जिन्हें कोई गंभीर बीमारी न हो। अध्ययनों से पता चला है कि एचआईवी वाले अधिकांश व्यक्ति प्रतिरक्षा तंत्र के इतने कमजोर होने से पहले कि एड्स विकसित हो जाए, वर्षों तक इस वाइरस को वहन कर सकते हैं।
पॉजिटिव परिणाम का क्या अर्थ है?
यदि किसी व्यक्ति का एचआईवी परीक्षण पॉजिटिव हो तो इसका यह अर्थ नहीं कि उसे एड्स है। यदि शरीर में मानव प्रतिरक्षा न्यूनता वाइरस मौजूद हो तो वह प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर कर देता है और कुछ विशिष्ट संक्रमणों से लड़ना कठिन हो जाता है। स्वस्थ प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोग ऐसे अनेक रोगों को सरलता से नियंत्रित कर लेते हैं जो एचआईवी वालों के लिए प्रणघातक हो सकते हैं। जब प्रतिरक्षा तंत्र क्रांतिक सीमा तक कमजोर हो जाए तो ऐसी बीमारियों को रोकने या उनका इलाज करने के लिए चिकित्सा की ज़रूरत पड़ सकती है।
एचआईवी को एड्स पैदा करने के लिए कितना समय लगात है?
एड्स को विकसित होने के लिए कुछ महीनों से लेकर वर्षों तक लग सकते हैं। यह समय विभिन्न व्यक्तियों के कारकों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकता है यथा व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति और स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियां।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें